Wednesday 1 December 2010

खो जाऊं !


खो जाऊं मैं इस दुनियां से दूर,
बहुत दूर क्षितिज के उस पार !
पंख मिले मुझे निंदिया रानी के,
और उड़ चलूं मैं पंछी की तरह !

इस शून्य से उस शून्य तक,
विचर्ण करुं बेलगाम पतंग की तरह !
न ये दुनियां, न दुनियां के सवाल,
न कोई शिकवा न कोई झमेला !

चुरा ले कोई मुझे उस दुनियां में अनन्त,
एक जहां अनजाना सा फ़िर भी अपना सा !
अपनों के फ़रेब से दूर, ग़ैरों की नफ़्ररत से परे,
ठगी भरी हंसी से बहुत दूर !

ले चल मुझे उस क्षितिज की अनन्तता की ओर,
लौटूं न जहां से मैं कभी !

10 comments:

  1. acha likha hai Jagdish sir aapne...!

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  2. ब्लागजगत में आपका स्वागत है. शुभकामना है कि आपका ये प्रयास सफलता के नित नये कीर्तिमान स्थापित करे । धन्यवाद...

    आप मेरे ब्लाग पर भी पधारें व अपने अमूल्य सुझावों से मेरा मार्गदर्शऩ व उत्साहवर्द्धऩ करें, ऐसी कामना है । मेरे ब्लाग जो अभी आपके देखने में न आ पाये होंगे अतः उनका URL मैं नीचे दे रहा हूँ । जब भी आपको समय मिल सके आप यहाँ अवश्य विजीट करें-

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    और एक निवेदन भी ...... अगर आपको कोई ब्लॉग पसंद आवे तो कृपया उसे अपना समर्थन भी अवश्य प्रदान करें. पुनः धन्यवाद सहित

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  3. चुरा ले कोई मुझे उस दुनियां में अनन्त,
    एक जहां अनजाना सा फ़िर भी अपना सा !
    अपनों के फ़रेब से दूर, ग़ैरों की नफ़्ररत से परे,
    ठगी भरी हंसी से बहुत दूर !

    Ye saty hai... jagdish ji.

    Patang jaisaa udna bhi koi udnaa hai....
    ud rahey hain, magar dusron ke haanth mai hai....

    Badhaai.

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  4. ब्लॉग जगत में आपका स्वागत है, ऐसी आशा है कि पुष्प वाटिका के समान सोहित इस ब्लॉग वाटिका में आप अपनी रचनाओं के माध्यम से जन-मन के अन्तर्मन को छू लेगें, अगर हो सके तो राष्ट्रवादी और सामयिक विषयों पर आधारित इस ब्लॉग पर भी कभी दस्तक देवें...
    http://hindugatha.blogspot.com
    रामदास सोनी

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  5. सरजी,
    मेरे ब्लाग पर आकर मुझे फालो करने के लिये आपका शुक्रिया । न सिर्फ आपकी हिन्दी अच्छी दिख रही है बल्कि कविता-कथन में भी पर्याप्त परिपक्वता दिखाई देती है । निश्चित ही साथ चलते-चलते काफी रास्ता हम एक-दूसरे के साथ पार कर सकेंगे । मेरे योग्य किसी भी सहयोगात्मक सेवा की आवश्यकता यदि आप महसूस करें तो मुझे निःसंकोच कहें । धन्यवाद सहित...

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  6. बहुत सुन्दर प्रस्तुति| धन्यवाद|

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  7. इस नए सुंदर से चिट्ठे के साथ आपका ब्‍लॉग जगत में स्‍वागत है .. नियमित लेखन के लिए शुभकामनाएं !!

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  8. अच्छी प्रस्तुति ....ब्लॉग पर आने के लिए शुक्रिया ..

    फोलोअर के लिए आपने कुछ नहीं लगया है .....कैसे बनें ?

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