फ़िर भी दुनियां चल रही है मुझे यही मलाल है !
बंधु जनों, मैं ये कैसे मान लूं कि आप भ्रष्ट नहीं हैं ? जी नहीं, मैं आप पर कोई आक्षेप नहीं कर रहा हूं ! मैं सिर्फ़ इतना कहने की हिमाकत कर रहा हूं कि आज हर कोई भ्रष्ट है. अगर कोई भ्रष्ट नहीं भी है तो केवल इस लिए क्योंकि उसे भ्रष्ट होने का मौका नहीं मिल रहा ! वक्त आने पर हर कोई अपनी -अपनी रोटियां सेंकने से गुरेज़ नही करता ! और आलम ये है कि वक्त आने पर आज आदमी लिच्चड़पन की कोई भी हद पार करने में नहीं हिचकता ! कहना पड़ता है कि-
राम ने सीता छोड़ी धोबी के कहने से, आज का राम गधा न छोड़े लाख दुल्लती सहने से !
सियासतदां तो कहते हैं भ्रष्टाचार भी हम करेंगे, लोकपाल भी हमारा होगा, जांच भी हम करेंगे और सज़ा भी हम ही देंगे क्योंकि लोगों ने हमें पांच साल के लिए इसी लिए चुना है - हमारी मर्ज़ी !
मगर तोड़ो तुम कितने ही रामदेवों, और अन्नाओं को पर ईमान्दारी इतनी कमज़ोर नहीं कि मर जाए ! एक चेतवनी देना चाहुंगा कि जिस दिन लोगों का सैलाब आएगा तो तुन्हें तुम्हारी कुर्सियों के साथ हिन्द महासागर की उतराइयों में ऊतार दिया जाएगा !
करारा व्यंग्य है।
ReplyDeleteबहुत बढ़िया।
सटीक व्यंग्य किया है .आभार
ReplyDeleteबहुत बढ़िया व्यंग्य
ReplyDeleteभाई जगदीश बाली जी ब्लॉग पर आने और अपना बहुमूल्य कमेंट्स देने के लिए आभार
ReplyDeleteबहुत सुंदर व्यंग्य,
ReplyDeleteविवेक जैन vivj2000.blogspot.com
आदरणीय जगदीश बाली जी काहे खून तेरा खौलता नहीं ....में प्रतिक्रिया के लिए आभार ..
ReplyDeleteआप की ये रचना लेख सार्थक- जोर का झटका लगा ...शायद जागें
इसीलिए तो कहते हैं की भारत को भगवन ही चला रहा है
भ्रमर ५
सोचने पर विवश करती सार्थक और सटीक अभिव्यक्ति. आभार.
ReplyDeleteसादर,
डोरोथी.
करारा व्यंग्य ....
ReplyDeleteसटीक प्रस्तुति... बहुत बढ़िया .
ReplyDeleteVery laconic and on dot.
ReplyDeleteसटीक ब्यंग ..प्रहार करती सुन्दर रचना ...
ReplyDeleteसार्थक पोस्ट, करार व्यंग.
ReplyDeletebas us sailab ka intzaar hai...
ReplyDeleteसार्थक प्रस्तुति
ReplyDeleteस्वाधीनता दिवस की शुभकामनाएं .
कृपया मेरे ब्लॉग पर भी पधारें .
Short but apt..
ReplyDeleteEk dum nishane pe.. :)
ReplyDeleteसैलाब का इंतजार है. अच्छी लगी पोस्ट.
ReplyDeletesatik bat.
ReplyDeleteबहुत ही सार्थक व सटीक लेखन| मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएँ|
ReplyDeleteबहुत ही उम्दा व्यंग ,ख़ुशी हुई पढ़ कर....... आप सब के नए ब्लॉग -गौ वंश रक्षा मंच पर आप और अन्य सभी मित्रगण सादर आमंत्रित है ,आप सब के सुझाव और विचारों की प्रतीक्षा रहेगी ये हम सब का मंच है अपनी उपस्तिथि जरुर दर्ज करवाए तथा अपने अमूल्य विचार और सुझाव रखें ...धन्यवाद....http://gauvanshrakshamanch.blogspot.com/
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