वर्तमान परिदृष्य का अवलोकन करें तो भ्रष्टाचार पर काफी कुछ लिखा जा रहा है , काफी कुछ कहा जा रहा है, लेकिन स्थिति जस की तस है !नित ऐसे ऐसे घोटाले सामने आ रहे हैं कि एक अच्छी और ईमानदार सोच रखने वाले हतप्रभ रह जाते हैं ! जहां एक रुपए का हिसाब न मिलने पर हमारी नींद हराम हो जाती है , वहीँ अरबों का माल गटकने वाले इतना माल गटकने पर भी डकार नहीं लेते !
लोग टूट जाते हैं